Sunday, August 19, 2007

ऐप्वा तसलीमा के लिए नागरिकता कि माँग करता है

ऐप्वा ने तसलीमा के लिए नागरिकता कि माँग की , कहा कि सरकार को तसलीमा को पूर्ण सुरक्षा देनी चाहिऐ और कट्टरपंथियों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिऐ
ऐप्वा ने एम् बी टी और टीपू सुलतान मस्जिद के शाही इमाम द्वारा जारी फतवे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र में किसी को भी यह अधिकार है कि वह अपने विचार रखे और उन्हें अभिव्यक्त करे। तसलीमा ने यही किया है। वह हर प्रकार के कट्टरपंथी व दकियानूसी विचार के खिलाफ हैं चाहे वह किसी भी धर्म में हो । जो लोग उनका विरोध कर रहे हैं वे हिंदुत्ववादी संगठनों के हाथों मे खेल रहे हैं। उनकी ऐप्वा तीव्र भर्त्सना करता है।
ऐप्वा महासचिव कुमुदिनी पति ने कहा कि आन्ध्र प्रदेश सरकार ने जिस तरह तसलीमा के खिलाफ पहले प्राथमिकी दर्ज़ की और मुस्लिम कट्टरपंथियों के प्रति नरम रुख अपनाती रही, उससे इनका मनोबल बढ़ गया और वे और भी ज्यादा हिम्मत कर असीम मुद्रा के पुरस्कार कि घोषणा कर बैठे, जिससे अब तसलीमा पर खतरा वास्तविक बन चुका है। भारत सरकार को चाहिऐ कि तसलीमा को भारत कि नागरिकता प्रदान करे और उन्हें सुरक्षा व आजादी के साथ कोलकता मे रहने का प्रबंध करे। ऐसा यदि नहीं किया जाता, तो हर प्रकार के कट्टरपंथी तत्वों को मौका मिल जाएगा कि महिला आन्दोलन और सेकुलर आन्दोलन को वे छिन्न- भिन्न करें। सुश्री पति ने अपील की कि सभी महिला संगठन व प्रगतिशील लोग तसलीमा के पक्ष मे खडे हों.

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